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प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण से राहत पाने के लिए डाइट में शामिल करें ये 3 चीजें

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  उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि भी बढ़ सकती है। इस स्थिति को प्रोस्टेट का बढ़ना या बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया (बीपीएच) के रूप में जाना जाता है। वैसे तो यह एक सामान्य स्थिति है लेकिन प्रोस्टेट बढ़ने पर व्यक्ति को पेशाब संबंधी कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। कुछ मामलों में, इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में व्यक्ति को डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत पड़ सकती है। आमतौर पर निम्नलिखित प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण में शामिल हैं- पेशाब करने में कठिनाई होना  पेशाब करने के लिए जोर लगाना  मूत्र का प्रवाह कमजोर होना बार-बार पेशाब आने का अनुभव होना  पेशाब करने के लिए रात में बार-बार उठना  मूत्र असंयम इन लक्षणों से पूरी तरह छुटकारा पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। मगर डाइट में कुछ चीजों को शामिल कर आपको इस समस्या में राहत जरूर मिल सकती है। प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण से राहत पाने के लिए डाइट में शामिल करें ये 3 चीज़ें- 1. टमाटर: प्रोस्टेट से जुड़ी समस्याओं में टमाटर खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें लाइकोपेन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो प्रोस्टेट ग्रंथि के लिए फायदेम

5 रिस्क फैक्टर्स जो प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण को बना सकते हैं और गंभीर!

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  क्या पेशाब करने के बाद भी आपको बार-बार वॉशरूम जाने की जरूरत पड़ती है? सावधान! हो सकता है ये सारी समस्याएं प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण हों। जी हाँ, कई बार कुछ कारणों से पुरुषों में मौजूद प्रोस्टेट ग्लैंड के टिश्यू बढ़ने लगते हैं। इसके कारण उनमें प्रोस्टेट का आकार भी बढ़ने लगता है। मेडिकल भाषा में इस समस्या को बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया (Benign Prostatic Hyperplasia) या बीपीएच के नाम से जाना जाता है।  एक सर्वे की मानें तो 60 साल की उम्र के बाद लगभग 50% पुरुषों में प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण नजर आते हैं। वहीं पूरे विश्व में 50 साल से कम उम्र के पुरुषों में बीपीएच की व्यापकता 20 से 60% तक हो सकती है। प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण क्या-क्या हैं? अगर कोई व्यक्ति बीपीएच से पीड़ित है तो उनमें जो लक्षण नजर आ सकते हैं, वो हैं - रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना पेशाब करने के बाद भी फिर से वॉशरूम जाने का एहसास होना बार-बार पेशाब आना पेशाब की धार का धीमा हो जाना पेशाब कंट्रोल न कर पाना पेशाब के बाद भी ड्रिपलिंग का जारी रहना पेशाब करते वक्त दर्द का एहसास होना रिस्क फैक्टर्स जो प्रोस्टेट बढ़ने के लक्