इन सुझावों को अपनाएं और पेट के निचले हिस्से में दर्द से राहत पाएं


पेट के निचले हिस्से में दर्द

महिलाओं सहित पुरुषों को कभी न कभी पेट के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव जरूर हो सकता है। यह दर्द आमतौर पर पेट दर्द से अलग होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। महिलाओं में, यह गर्भाशय, अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय ग्रीवा और योनि की समस्याओं के कारण हो सकता है। वहीं पुरुषों में ये दर्द प्रोस्टेट से जुड़ी किसी समस्या के कारण भी हो सकता है। वैसे तो यह दर्द सामान्य है लेकिन अगर दर्द असहनीय हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

अब बात करें अगर इस दर्द को कम कैसे किया जाए? आमतौर पर इसका उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है लेकिन कुछ उपाय कर पेट के निचले हिस्से में दर्द को कम किया जा सकता है। आइये जानते हैं किन सुझावों का पालन कर आप इस दर्द में राहत पा सकते हैं-


फाइबर युक्त आहार का सेवन करें: पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए आपको अपने आहार में फाइबर युक्त आहार को शामिल करना चाहिए। इससे पाचन क्षमता में सुधार किया जा सकता है। जिससे दर्द को कम करने में मदद मिल सकती हैं। इसके लिए आहार में लें इन चीज़ों को-
  • हरी सब्जियां
  • गाजर
  • ब्रोकली
  • ड्राई फ्रूट्स 
  • साबुत अनाज 
  • बेरीज 
  • सोयाबीन
  • केला
नियमित रूप से व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने या शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने से आपके पेल्विक क्षेत्र की मांसपेशियां मजबूत हो सकती हैं। इससे आप पेट की गैस जैसी समस्या से भी निजात पा सकते हैं। नियमित व्यायाम करने से आप न केवल पेट के निचले हिस्से में दर्द से राहत पा सकते हैं बल्कि पेट की कई अन्य समस्याओं से भी छुटकारा पा सकते हैं।

पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं: भोजन और पेय पदार्थों के पोषक तत्वों को सरलतापूर्वक पचाने के लिए शरीर को पानी की आवश्यकता होती है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से इर्रिटेबल बॉउल सिंड्रोम जैसे पेट में दर्द एवं मरोड़ होना, सूजन, गैस, कब्ज आदि समस्याओं से भी राहत मिल सकती है। देखा जाए तो इर्रिटेबल बॉउल सिंड्रोम पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारणों में से एक है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना निचले पेट दर्द की स्थिति में फायदेमंद हो सकता है।

अत्यधिक मसालेदार खाने से परहेज करें: ज्यादा तीखा या मसालेदार भोजन खाने से पेट में दर्द, अपच आदि जैसी समस्या पैदा होती है। इसका लगातार सेवन गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स का कारण बन सकता है। हालांकि मसालेदार भोजन अल्सर का कारण नहीं बनता है लेकिन वे कुछ लोगों में पेट के निचले हिस्से में दर्द को ट्रिगर कर सकते हैं। इसलिए बेहतरी इसी में है कि आप अत्यधिक मसालेदार खाना खाने से परहेज करें। 


इसके अलावा भी इस दर्द से राहत पाने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। इनमें से सबसे अहम हैं इन 4 सुझावों का पालन करना। इन चार बातों का ध्यान रखकर आप न सिर्फ पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द से बल्कि पेट से जुड़ी कई समस्याओं से भी राहत पा सकते हैं। 





टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

चाहती हैं नॉर्मल प्रेगनेंसी तो अपने डाइट चार्ट को बनाए संतुलित

‘अति’ हर चीज की खराब है, फिर चाहे वो ‘प्रोटीन’ ही क्यों न हो!

सांस लेने में है तकलीफ, कहीं ये नाक की हड्डी बढ़ने का संकेत तो नहीं!