कमर दर्द के कारण बच्चा है परेशान! कहीं स्कूल बैग का बोझ तो नहीं है वजह?



क्या आपका बच्चा भी स्कूल से आने के बाद कमर दर्द की शिकायत करता है? अगर हाँ तो इस पर गौर जरूर करें। कमर दर्द की परेशानी अब सिर्फ बुजुर्गों को ही नहीं बल्कि बच्चों और किशोरों को भी परेशान कर रही है। सर्वे की मानें तो हाल के वर्षों में बच्चों में कमर दर्द के मामले 2-11% से बढ़कर 27-51% तक पहुँच गये हैं1। ये बेहद जरूरी है कि शुरुआत में बच्चों में कमर दर्द के कारण को समझकर उसका इलाज किया जाये। अगर ऐसा नहीं होता है तो भविष्य में कमर दर्द की छोटी सी परेशानी बड़ा रूप ले सकती है। 

10 में से हर चौथा बच्चा है कमर दर्द से परेशान!

कुछ सर्वे में कमर दर्द को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आये हैं। इन आंकड़ों के अनुसार 10 में से हर चौथा बच्चा कमर दर्द के कारण परेशान है2। इनमें से भी कुछ बच्चे ऐसे हैं जिनका दर्द 3 महीने से ज्यादा वक्त के लिए रहता है और उन्हें बार-बार कमर दर्द का सामना करना पड़ता है2। इसके कारण बच्चे की रोजाना की लाइफ पर असर पड़ता है।

क्या स्कूल बैग का भारी वजन कमर दर्द के कारण में शामिल है?

आजकल बच्चों में पढ़ाई का दबाव बढ़ रहा है। बच्चों के स्कूल बैग कॉपी-किताबों से भरे रहते हैं। इस भारी स्कूल बैग को रोज लेकर जाना और वापस आना, बच्चों में कमर दर्द का कारण बन सकता है। कई बच्चे ऐसे हैं जो पैदल स्कूल जाते हैं। ऐसे में स्कूल बैग का भारी बोझ न सिर्फ उनके कंधों बल्कि उनकी पीठ और कमर पर भी असर डालता है। 
हालांकि, कमर दर्द के कारण में स्कूल बैग का भारी वजन शामिल है या नहीं, इसे लेकर कई सर्वे किये जा चुके हैं। इन्हीं में से एक रिसर्च में इस बात की पुष्टी की गयी है कि स्कूल बैग के भारी वजन के कारण बच्चे कमर दर्द की शिकायत करते हैं4। इस सर्वे में चौथी और पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले 79 बच्चों को शामिल किया गया था। स्कूल बैग का प्रकार और वजन, स्कूल बैग टांगने का तरीका, इससे होने वाले दर्द और थकान आदि चीजों की इस सर्वे में जाँच की गयी। अंत में ये देखा गया कि 64.6% बच्चे कभी-कभी बैग टांगने के दौरान कमर दर्द की शिकायत करते हैं। जबकि 20.3% बच्चों को कमर दर्द की शिकायत नहीं है, वहीं 11.4% बच्चे बार-बार इस दर्द से परेशान रहते हैं। कुल मिलाकर ज्यादातर बच्चे वजनदार स्कूल बैग के कारण कमर दर्द और थकावट का सामना करते हैं। इस रिसर्च में ये भी बताया गया कि लड़कों की तुलना में ज्यादातर लड़कियां कमर दर्द से परेशान हैं। 

जानें बच्चों में कमर दर्द के अन्य कारण

  • फूटबॉल, गॉल्फ, टेनिस, स्वीमिंग, दौड़ना व अन्य फिजिकल एक्टिविटी के दौरान रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ने से बच्चों को कमर दर्द की समस्या हो सकती है3।
  • लगातार बैठकर पढ़ाई करना भी कमर दर्द के कारण में शामिल है।
  • आजकल बच्चे व्यायाम और योगा में समय देने की जगह मोबाइल, कम्पयूटर या फिर टीवी पर ज्यादा समय बिताते हैं। इसके कारण भी उन्हें कमर दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
  • अगर किसी के माता-पिता या परिवार का कोई सदस्य कमर दर्द से पीड़ित है तो बच्चे को भी कमर दर्द की परेशानी हो सकती है। 

अगर आपके बच्चे के स्कूल बैग का वजन भी जरूरत से ज्यादा है तो इस पर ध्यान जरूर दें। हो सके तो एक बार इस मामले में अपने चिकित्सक से भी सलाह ले लें ताकि आपके बच्चे को कम उम्र में ही कमर दर्द जैसी परेशानी से न गुजरना पड़े। बच्चों में कमर दर्द के कारण को जानना जरूरी है। आपकी सतर्कता आपके बच्चे को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है। 


Reference

1. Hwang, J., Louie, P.K, Phillips, M., An, H.S, Samartzis, D (2018) Low back pain in children: A rising concern - european spine journal, SpringerLink. Springer Berlin Heidelberg. Available at:

2. International Association for the Study of Pain. 2021, Low back pain during childhood and adolescence - aped-dor.org (no date). Available at:

3. Otsuka, N., Fornari, E., Schulz, J., Gomez, J., Moloney, C., 2003. Low back strain - children's hospital at montefiore Available at:

4. Macak, A., Jaganjac, A.,Švraka, E, 2018. school bags and associated back pain - researchgate (no date). Source:








टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

चाहती हैं नॉर्मल प्रेगनेंसी तो अपने डाइट चार्ट को बनाए संतुलित

‘अति’ हर चीज की खराब है, फिर चाहे वो ‘प्रोटीन’ ही क्यों न हो!

सांस लेने में है तकलीफ, कहीं ये नाक की हड्डी बढ़ने का संकेत तो नहीं!