क्या महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों से अलग होते हैं? जानें सच्चाई!

 


‘हार्ट अटैक’ ये  शब्द सुनते ही हर किसी का दिल और दिमाग चिंतित हो जाता है और हो भी क्यों ना? हार्ट अटैक का सीधा संबंध मौत से जो है। हर साल कई लोग हार्ट अटैक से अपनी जान गंवाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पूरे विश्व में हर साल तकरीबन 17.9 मिलियन लोगों की मौत का कारण कार्डियोवैस्कुलर डिजीज है1। वहीं इस बीमारी में 5 में से 4 मौत का कारण हार्ट अटैक होता है1। चिंता की बात तो ये है कि अब सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवाओं में भी हार्ट अटैक के लक्षण दिखने लगे हैं। आंकड़ों के अनुसार भारत में वयस्कों में लगभग एक चौथाई मौत हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण होती है। 

वैसे तो हर किसी में हार्ट अटैक के लक्षण एक सामान ही होते हैं। सीने में दर्द या असहज महसूस होना हार्ट अटैक का सबसे कॉमन लक्षण है लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाएं कुछ और भी लक्षणों का अनुभव कर सकती हैं, जैसे -

  • सांस फूलना
  • उल्टी
  • मतली
  • सांस फूलना
  • पीठ या कमर में दर्द
  • जबड़ों में दर्द

जानें हार्ट अटैक के और गंभीर लक्षणों के बारे में


हार्ट अटैक के लक्षण कई सारे हैं, जिसकी जानकारी वर्तमान समय में हर एक व्यक्ति को होनी चाहिये, जैसे

  • सीने में भारीपन का एहसास
  • पसीना आना
  • चक्कर आना
  • आंखों के सामने अंधेरा छाना
  • थकावट
  • हाथ, कंधे या गर्दन में दर्द होना


हार्ट अटैक के लक्षण से बचने के 5 अहम तरीके

1.ब्लड प्रेशर को रखें नियंत्रित: हाइपरटेंशन सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हार्ट अटैक का मुख्य कारण है। इसीलिए ये जरूरी है कि व्यक्ति अपने रक्तचाप को नियंत्रित रखे और समय-समय पर अपनी जाँच कराते रहे।

2. कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स लेवल को करें कंट्रोल: कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा धमनियों को ब्लॉक कर सकती है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। जीवनशैली में बदलाव और दवाईयों की मदद से व्यक्ति कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रख सकता है। वहीं ट्राइग्लिसराइड्स की ज्यादा मात्रा महिलाओं में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को बढ़ा देती है4। इसीलिए इसके स्तर को भी बढ़ने न दें।

3. हेल्दी डाइट अपनाएं: हार्ट अटैक के लक्षण से बचना है तो अपने खाने में सैचुरेटेड फैट, ज्यादा मात्रा में सोडियम और अतिरिक्त शुगर का सेवन न करें। अपने डाइट में हरी सब्जियां, फल और होल ग्रेन्स फूड्स को शामिल करें। खानपान में बदलाव, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है और इससे हार्ट अटैक का खतरा घट सकता है।

4. मोटापे को करें कंट्रोल: व्यक्ति का बढ़ता वजन हृदय रोग के खतरे को बढ़ाता है। मोटापे के कारण ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना व अन्य कई बीमारियां हो सकती हैं। ये सारी बीमारियां ही हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाती हैं। इसीलिए अपने वजन को कम करने की कोशिश करें। योगा व व्यायाम रोजाना करें। ज्यादा तेल, घी एवं मिर्च मसाले वाले खाना न खाएं। इन नुस्खों से मोटापे को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।

5. धूम्रपान और शराब से रहें दूर: ज्यादा मात्रा में शराब के सेवन से शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ सकती है जिससे व्यक्ति का वजन बढ़ सकता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि पुरुषों को रोजाना 2 से ज्यादा और महिलाओं को 1 से ज्यादा अल्कोहलिक ड्रिंक्स नहीं लेना चाहिये4। वहीं सिगरेट में निकोटिन समेत अन्य कई केमिकल्स शामिल रहते हैं जो दिल को बीमार बनाने के लिए काफी है। इसीलिए आज से ही धूम्रपान को ना कहना सीखें।


बात साधारण सी है चाहे महिला हो या पुरुष, हार्ट अटैक हर किसी के लिए घातक है। बचाव ही हार्ट अटैक के लक्षण को रोकने का सबसे सही उपाय है। आपके दिल का ख्याल आप स्वयं ही रख सकते हैं। इस मामले में आपकी लापरवाही आपको ही खतरे में डाल सकती है। 


Reference

1. WHO, 2023, Cardiovascular diseases Available at

2. ICMR, 2022. Hypertension control should be a National priority to reduce cardiovascular disease deaths. Available at:  

3. American Heart Association, 2019. Know the warning signs of heart attack and stroke - go red for women Available at: 

4. Medlineplus, 2015. Heart disease prevention Source:



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