पेट के निचले हिस्से में दर्द से परेशान है बच्चा, ये 5 कारण हो सकते हैं जिम्मेदार


अक्सर बच्चे बार-बार पेट के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत करते हैं। कुछ मामलों में तो ये दर्द अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन कभी-कभी लंबे समय तक यही दर्द बच्चे को परेशान करता है। अगर आपके बच्चे के साथ भी ऐसा होता है तो इसे नजरअंदाज करने की गलती बिल्कुल भी न करें बल्कि बच्चों में पेट के निचले हिस्से में दर्द के कारण का पता लगाने की कोशिश करें। हो सकता है ये दर्द किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो।

जानें किन 5 कारणों से हो सकता है बच्चे के पेट के निचले हिस्से में दर्द

1. कब्ज : बच्चों में कब्ज एक आम बीमारी है। खानपान में गड़बड़ी व अन्य कई कारणों से अक्सर बच्चों में कब्ज की समस्या देखी जाती है। इसके कारण बच्चों के पेट के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। ऐसी स्थिति में बच्चा हफ्ते में 2 या 3 बार ही मल त्याग करता है1। इस बीमारी में बच्चे का मल बहुत कढ़ा हो जाता है और मल त्याग करते वक्त उसे दर्द का भी एहसास होता है।

2. गैस्ट्रोएन्टराइटिस: बच्चों के पेट के निचले हिस्से में दर्द का कारण गैस्ट्रोएन्टराइटिस भी हो सकता है। ये समस्या मुख्य रूप से वायरल इंफेक्शन के कारण पैदा होती है लेकिन कभी-कभी बैक्टीरियल इंफ्केशन से भी बच्चों को ये परेशानी हो सकती है। इस अवस्था में पेट दर्द के अलावा बच्चों में बुखार, उल्टी, दस्त आदि लक्षण भी नजर आते हैं। रोटा वायरस बच्चों में गैस्ट्रोएन्टराइटिस की समस्या का मुख्य कारण है। हालांकि, इस वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, जिसे बच्चे को जरूर लगवाना चाहिये।

3.फूड पॉइजनिंग: अगर पेट के निचले हिस्से में दर्द के साथ-साथ बच्चे में उल्टी, जी मिचलाना, दस्त आदि लक्षण नजर आये तो ये फूड पॉइजनिंग के लक्षण भी हो सकते हैं। आजकल बच्चों को बाहर का खाना ज्यादा पसंद आता है। दूषित खानपान के कारण बच्चे को फूड पॉइजनिंग हो सकता है। ऐसे में बच्चा बार-बार पेट में दर्द की शिकायत कर सकता है।

4.अपेंडिसाइटिस: बच्चों में पेट के निचले हिस्से में दर्द का कारण अपेंडिसाइटिस भी हो सकता है। ये एक इमरजेंसी स्थिति है। इस बीमारी में धीरे-धीरे पेट का दर्द बढ़ता चला जाता है। साथ ही भूख न लगना, उल्टी, चलते या बैठते वक्त पेट में दर्द का बढ़ जाना जैसे लक्षण नजर आते हैं। अगर आपके बच्चे में भी ये लक्षण नजर आ रहे हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। अपेंडिक्स अगर फट जाये तो ये जानलेवा भी साबित हो सकती है। इसीलिए सही समय पर इस बीमारी का इलाज जरूरी है।

5.लैक्टोज इंटॉलरेंस : ये एक पाचन संबंधी समस्या है। दरअसल, लैक्टोज एक प्रकार का शुगर है जो दूध या दूध से बने पदार्थों में पाया जाता है। जब बच्चे इसी लैक्टोज को पचा नहीं पाते तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति को ही लैक्टोज इंटॉलरेंस कहते हैं। इसमें पेट के निचले हिस्से में दर्द, पेट फूलना, गैस आदि परेशानियां बच्चे को हो सकती है। 


अगर आपका बच्चा भी लंबे समय से पेट के निचले हिस्से में दर्द की समस्या से परेशान है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं। हो सकता है कि उपर बताये कारणों से उसे पेट में दर्द हो रहा हो। ऐसी स्थिति में लापरवाह न बनें। आपकी लापरवाही आपके बच्चे को नुकसान पहुँचा सकती है। 



Sources



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

चाहती हैं नॉर्मल प्रेगनेंसी तो अपने डाइट चार्ट को बनाए संतुलित

‘अति’ हर चीज की खराब है, फिर चाहे वो ‘प्रोटीन’ ही क्यों न हो!

सांस लेने में है तकलीफ, कहीं ये नाक की हड्डी बढ़ने का संकेत तो नहीं!