10 उपाय जो मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद आंखों की देखभाल में करेंगे मदद!
उम्र बढ़ने के साथ मोतियाबिंद की समस्या कई लोगों में देखी जाती है। 50 साल की उम्र के बाद लगभग 60% आबादी में ये बीमारी देखने को मिलती है। इस सर्जरी में आँखों से नैचुरल लेंस को निकालकर उसकी जगह आर्टिफिशियल लेंस लगाया जाता है। इसीलिए इस सर्जरी के बाद आंखों की देखभाल के लिए मरीज और उसके परिवार को डॉक्टर की तरफ से विशेष हिदायतें दी जाती हैं। अगर इस मामले में लापरवाही बरती गयी तो मरीज को कई तकलीफों से गुजरना पड़ सकता है। इसीलिए आज हम ऐसे 10 टिप्स पर चर्चा करेंगे जिसका पालन मोतियाबिंद सर्जरी कराने के बाद हर एक व्यक्ति को करना चाहिये।
1. सबसे पहले अपनी आँखों को बिल्कुल भी न मसलें। इससे आपकी आंखों में संक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है। वैसे तो आज की आधुनिक तकनीक में मोतियाबिंद की सर्जरी में टांके नहीं लगाये जाते लेकिन कुछ मामलों में टांके लगाये जा सकते हैं, ऐसे में आँखों को मसलने से उसमें भी नुकसान पहुँच सकता है।
2. डॉक्टर की सलाह पर ऑपरेशन के बाद कुछ दिनों तक घर से बाहर न निकलें। साथ ही डॉक्टर द्वारा दिये गये आई ड्रॉप्स को समय-समय पर आंखों में डालते रहें। महिलाओं को मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद कुछ दिनों के लिए किचन में नहीं जाना चाहिये इससे आंखों को तकलीफ हो सकती है।
3. सर्जरी के बाद कम से कम 2 हफ्ते तक बाल न धोएं। इससे आंखों में पानी जा सकता है। वहीं सर्जरी के बाद आंखो की देखभाल के लिए शुरुआती 10 दिनों तक शॉवर बाथ न लें।
4. ऑपरेशन के बाद डॉक्टर के द्वारा दिये गये चश्मे को लगाकर रखें। आँखों में डायरेक्ट किसी चीज की रोशनी न पड़े, इस बात का विशेष ध्यान रखें। वहीं 1 महीने तक आउटडोर एक्टिविटी के दौरान सनग्लास या गहरे रंग के ग्लासेस का इस्तेमाल करें।
5. सर्जरी के बाद 10 दिनों तक आँखों को नॉर्मल पानी से न धोएं। इसके लिए पहले पानी को उबाल लें और फिर उसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें। उसके बाद कॉटन की मदद से आँखों के सिर्फ बाहरी हिस्से को साफ करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पानी आँखों के अंदर न जाये।
6. मोतियोबिंद सर्जरी के बाद किसी भी तरह की भारी चीजों को न उठाएं।
7. कम से कम 1 महीने तक खेलकूद या स्वीमिंग जैसी फिजिकल एक्टिविटी से बचें। इससे आंखों की देखभाल अच्छी तरह से हो सकेगी।
8. अगर मरीज को ज्यादा परेशानी नहीं है तो सर्जरी के कुछ दिन बाद वे टीवी देखना या किताबें पढ़ना जैसी एक्टिविटी कर सकता है।
9. प्रोटेक्टिव ग्लास के बिना दो पहिया वाहन न चलाएं।
10. सर्जरी के बाद मरीज नॉर्मल डाइट ले सकता है। संतुलित आहार की मदद से आंखों की देखभाल करने में मदद मिलेगी।
ये गंभीर लक्षण नजर आने पर तुरंत करें चिकित्सक से संपर्क
- आंखों का लाल हो जाना
- आंखों में दर्द होना
- अचानक से दृष्टि का कम हो जाना
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