Normal BP Kitna Hota Hai? नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होता है?
ब्लड प्रेशर का कंट्रोल रहना हर एक व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। अगर ब्लड प्रेशर का लेवल बढ़ जाये या घट जाये तो ये चिंता का विषय हो सकता है। विशेष रूप से ब्लड प्रेशर का बढ़ना व्यक्ति के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। ये कोई मजाक नहीं बल्कि हकीकत है। इस बीमारी को हाइपरटेंशन के नाम से जाना जाता है जो पूरे विश्व में साइलेंट किलर के रूप में प्रसिद्ध है। इसी के मद्देनजर ब्लड प्रेशर का कंट्रोल में रहना आवश्यक है। क्या आप जानते हैं कि नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होता है (Normal BP Kitna Hota Hai)?
एक नजर डालें हाइपरटेंशन के लक्षणों पर
- सांस फूलना
- सिरदर्द
- थकान
- कमजोरी महसूस होना
- पसीना आना
- धुंधली दृष्टि
- उल्टी
- जी घबराना
- अनियमित दिल की धड़कन
एक नजर डालें हाइपोटेंशन के लक्षणों पर
- चक्कर आना
- धुंधला दिखाई देना
- कमजोरी लगना
- बेहोश होना
- थकावट का एहसास होना
उम्र के अनुसार नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होता है (Normal BP Kitna Hota Hai)?
- 1 महीने के नवजात शिशु में सिस्टोलिक प्रेशर 60-90 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर 20-60 mmHg नॉर्मल ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है।
- नवजात शिशुओं में सिस्टोलिक प्रेशर 87-105 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर 53-66 mmHg हो तो इसका मतलब शिशु का रक्तचाप सामान्य है।
- टॉडलर में नॉर्मल ब्लड प्रेशर का लेवल 95-105/53-66 mmHg होता है।
- जो बच्चे स्कूल जाना शुरू करने वाले हैं उनमें सिस्टोलिक प्रेशर 95-110 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर 56-70 mmHg होना चाहिये।
- वहीं जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं उनका ब्लड प्रेशर अगर 97-112/57-71 mmHg है तो इसे नॉर्मल माना जाता है।
- किशोरों में सिस्टोलिक प्रेशर 112-128 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर 66-80 mmHg हो तो इसे नॉर्मल ब्लड प्रेशर की श्रेणी में रखा जाता है।
व्यस्कों में नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होता है (Normal BP Kitna Hota Hai)?
- 18 से 39 साल की महिलाओं में नॉर्मल ब्लड प्रेशर लेवल 110/68 mmHg और पुरुषों में 119/70 mmHg होना चाहिये।
- 40 से 59 वर्ष की महिलाओं में नॉर्मल ब्लड प्रेशर लेवल 122/74 mmHg और पुरुषों में 124/77 mmHg होना चाहिये।
- वहीं 60 साल व उससे ज्यादा उम्र की महिलाओं का अगर सिस्टोलिक प्रेशर 139 और डायस्टोलिक प्रेशर 68 mmHg एवं पुरुषों का सिस्टोलिक प्रेशर 133 और डायस्टोलिक प्रेशर 69 mmHg है तो इसे नॉर्मल ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने के लिए अपनाएं ये तरीकें
- स्वस्थ आहार लें - ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में खानपान का योगदान सबसे अहम होता है। इसीलिए खाने में फल और हरी सब्जियों को शामिल करें। पोटैशियम, फाइबर एवं प्रोटीन युक्त खाने का सेवन ज्यादा करें। खाने में नमक और सैचुरेटेड फैट की मात्रा को कम करें।
- वजन को रखें नियंत्रित - मोटापा हाइपरटेंशन के खतरे को बढ़ाता है। इसीलिए हर व्यक्ति के लिए वजन को नियंत्रित रखना भी आवश्यक है। इसके लिए खानपान का ध्यान रखना और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना सबसे ज्यादा जरूरी है।
- फिजिकल एक्टिविटी - फिजिकल एक्टिविटी स्वस्थ शरीर की बुनियाद है। नियमित रूप से योगा, एक्सरसाइज और मेडिटेशन करने से व्यक्ति को हाइपरटेंशन जैसी बीमारी से बचाया जा सकता है।
- धूम्रपान से रहें दूर - धूम्रपान करने से ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ता है और इसके कारण व्यक्ति हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा परिस्थितियों से भी गुजर सकता है। इसीलिए धूम्रपान से दूरी बना लें।
- शराब से करें परहेज - ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन भी हाइपरटेंशन के जोखिम को बढ़ाता है। इसीलिए पुरुषों को एक दिन में 2 ड्रिंक और महिलाओं को 1 ड्रिंक से ज्यादा नहीं लेना चाहिये। (Ref)
- पर्याप्त मात्रा में नींद लें - आजकल कई कारणों से लोगों में नींद की कमी हो रही है। इसका असर ब्लड प्रेशर के लेवल पर पड़ सकता है। हर व्यक्ति के लिए 6 से 8 घंटे की नींद हर रोज लेना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो व्यक्ति बीमार पड़ सकता है।
- तनाव से रहें दूर - विभिन्न कारणों से व्यक्ति में बढ़ता तनाव भी उन्हें बीमार बनाने के लिए काफी है। तनाव के कारण व्यक्ति का ब्लड प्रेशर लेवल अनियंत्रित हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि व्यक्ति अपना विशेष ख्याल रखे और खुश रहने की कोशिश करे।
- नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जाँच कराते रहें - नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होता है (Normal BP Kitna Hota Hai), ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है या नहीं, आदि बातों की जानकारी के लिए नियमित रूप से बीपी की जाँच कराते रहना जरूरी है। व्यक्ति में अगर बीपी से संबंधित समस्याओं का सही समय पर पता चल जाये तो उसकी परेशानियों को बढ़ने से रोका जा सकता है।
- समय पर लेते रहें दवाईयां - अगर कोई व्यक्ति हाइपरटेंशन की चपेट में आ चुका है तो ये जरूरी है कि वो समय-समय पर अपनी दवाईयां लेते रहे। दवाईयां समय पर न लेना व्यक्ति की बीमारी को और भी ज्यादा बढ़ा सकता है।
कैसे पता चलेगा कि व्यक्ति का ब्लड प्रेशर नॉर्मल है?
अगर व्यक्ति का सिस्टोलिक प्रेशर 120 और डायस्टोलिक प्रेशर 80 mmHg या इससे कम होता है, तो इसका मतलब उसका ब्लड प्रेशर नॉर्मल है। अगर ब्लड प्रेशर का यही स्तर घट या बढ़ जाये, तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिये।
क्या शराब से बढ़ता है हाइपरटेंशन का खतरा?
जी हाँ, शराब का सेवन व्यक्ति में हाइपरटेंशन के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसीलिए, पुरुषों को एक दिन में 2 ड्रिंक और महिलाओं को 1 ड्रिंक से ज्यादा नहीं लेने की सलाह दी जाती है।
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