ये 10 संकेत हो सकते हैं पीरियड आने के लक्षण (period aane ke lakshan)

 

पीरियड आने के लक्षण

पीरियड यानी माहवारी महिलाओं के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें हर महीने एक महिला की योनि से कुछ दिनों तक रक्तस्राव होता है। अधिकांश महिलाओं के लिए यह लगभग हर 28 दिन में होता है (Ref)|
हालाँकि कुछ महिलाओं में  हर 23 दिन से लेकर हर 35 दिन में होता है। यह बहुत ही आम बात है। पीरियड की अवधि आमतौर पर 2 से 7 दिनों के बीच रह सकती है। इस दौरान पहले 2 दिनों में महिला को रक्तस्राव सबसे अधिक हो सकता है। अगर बात करें इसके लक्षण की तो महिलाओं को पीरियड आने के लक्षण (period aane ke lakshan) का अनुभव पीरियड शुरू होने के कुछ दिन पहले से ही होने लगता है। इसे प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) कहा जाता है। पीएमएस के लक्षणों में शामिल हैं (Ref) -

  • मूड स्विंग 
  • बेचैन महसूस करना
  • चिड़चिड़ापन महसूस होना 
  • पेट सामान्य से अधिक भरा महसूस होना 
  • सिर दर्द
  • स्तन में परिवर्तन होना 
  • सेक्स में रुचि का कम होना
  • त्वचा पर मुहांसे आना 
  • थकान होना 
  • सोने में कठिनाई होना

पीएमएस कितने समय तक चलता है (Ref)?

पीएमएस यानी पीरियड आने के लक्षण अक्सर माहवारी से लगभग 5 दिन पहले शुरू होते हैं। आमतौर पर इसके लक्षण (period aane ke lakshan) माहवारी शुरू होने के लगभग 4 दिन बाद तक रह सकते हैं। जब शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ने लगता है तब ये लक्षण कम होने लगते हैं।

जब महिला की माहवारी शुरू होती है तो ये लक्षण (period aane ke lakshan) आमतौर पर बेहतर हो जाते हैं और कुछ दिनों बाद गायब हो जाते हैं। पीरियड आने के लक्षण सभी महिलाओं को एक समान प्रभावित नहीं करते हैं। कुछ महिलाओं को बहुत गंभीर लक्षण अनुभव होते हैं जो उनके रोजमर्रा के जीवन को भी प्रभावित कर सकते हैं।  कुछ महिलाओं को हल्के लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। इसलिए यदि आपको लगता है कि आप पीएमएस के लक्षणों को प्रबंधित करना चाहती हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें। 

पहली बार पीरियड आने पर लड़कियों को कैसा अनुभव हो सकता है? 

लड़कियों में पहली बार पीरियड्स आमतौर पर 12 साल की उम्र में शुरू होते हैं, हालांकि कुछ लड़कियों में ये पहले या बाद में शुरू हो सकते हैं। अगर महावरी शुरू होने में देरी होती है तो यह आमतौर पर चिंता का विषय नहीं होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर लड़कियों में यह 16 से 18 साल की उम्र तक भी शुरू हो सकता है (Ref)। अब जिन लड़कियों को पहली बार पीरियड आता है उनको भी पीरियड आने के लक्षण का अनुभव हो सकता है। हालाँकि, कई लड़कियों को पीरियड आने तक इसके बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं होता है। जिसकी वजह से वो पीरियड में होने वाले ब्लीडिंग को देख कर घबरा जाती हैं कि कहीं उन्हें कोई चोट तो नहीं लगी है। उनके साथ क्या हो रहा है वो समझ नहीं पाती है। इसलिए पीरियड के बारे में लड़कियों में जागरूकता लाना बेहद जरुरी है। इसके लिए घर की बुजुर्ग महिलाएं अपने घर में लड़कियों को पहले से ही पीरियड के बारे में शिक्षित कर सकती हैं। ऐसा करने से लड़कियां ऊपर बताये गए उम्र की अवधि के आसपास योनि से ब्लीडिंग होने पर या अन्य पीरियड आने के लक्षण (period aane ke lakshan) दिखने पर घबरायेंगी नहीं।





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